Harshit Kushwaha's review about Kanchana 2 -
आज के युग में हमारे पास एंड्राइड मोबाइल है, तेज स्पीड से चलने वाला डेटा है | परन्तु, एकाग्रचितता की कमी है | गैर, कैसे भी करके इस रविवार मैंने एक फिल्म के लिए वक्त निकाल ही लिया और देखने की लिए चुना - कंचना 2 |
जी हॉ, यह एक डरावनी फिल्म है, और डरावनी फिल्मों से मैं बहुत घबराता हूँ,पर इस फिल्म को देखने की खास वजह यह थी कि यह आसानी से इन्टरनेट पर मिल पायी |
फिल्म की शुरूआत ही बहुत डरावने दृश्य से हुई, लेकिन बाद में पता चला कि वह दृश्य महज सपने का दृश्य है | शुरूआत में ही पता चलता है कि मुख्य नायक का नाम राघव है जो भूत प्रेत आत्माओं से बहुत डरता है | नायक का परिचय करवाने में भी कॉमेडी भरपूर देखने को मिलता है |
फिल्म की नायिका नन्दिनी एक टी.वी. चैनल में काम करती है | चैनल की टी.आर.पी बढ़ने के लिए वह भूतों पर एक शो निर्देशित करती है | राघव उसका कैमरामैन होता है |
करीब सात आठ लोगों की टीम शहर से दूर एक बंगले में शूटिंग के लिए जाते हैं, जो समुद्र के किनारे रहता है |
नायिका के हाथ कुछ ऐसा लगता लगता है कि कुछ आत्मायें उस पर हावी हो जाती हैं, फिर एक चर्च में पता चलता है कि वो आत्माएं प्रेमियों की हैं, जिनके साथ बहुत जुल्म हुआ है |
राघव के शरीर में आकर आत्मायें अपना बदला लेती हैं और मुक्त हो जाती हैं | चैनल की टी.आर.पी ऊपर आ जाती है और नन्दिनी व राघव की शादी हो जाती है |
बात अगर कहानी की करें, तो कहानी न पूरी तरह से नयी ही है, न पुरानी ही , परन्तु आकर्षक है |
कहीं कहीं ऐसा महसूस हो सकता है कि कुछ डरावने दृश्य फिल्म में यूँ ही डाले गये हैं, पर कॉमेडी की भरपूरता इस कमी को नगण्य कर देती है |
तापनी पन्नू की सुन्दरता आँखों को स्क्रीन ताकने के लिए मजबूर कर देती हैं | फिल्म के अभिनेता और निर्देशक राघव लॉरेंस की अदायगी और एक्शन दोनों कमाल के हैं |
फिल्म उतनी भी डरावनी नहीं है, कि देखा न जा सके | यूट्यूब पर गोल्डमाइन टेलीफिल्म पर यह फिल्म फ्री में उपलब्ध है |
Rating - 4 / 5.
One world review - Mindblowing
Kanchana 2
आज के युग में हमारे पास एंड्राइड मोबाइल है, तेज स्पीड से चलने वाला डेटा है | परन्तु, एकाग्रचितता की कमी है | गैर, कैसे भी करके इस रविवार मैंने एक फिल्म के लिए वक्त निकाल ही लिया और देखने की लिए चुना - कंचना 2 |
फिल्म की शुरूआत ही बहुत डरावने दृश्य से हुई, लेकिन बाद में पता चला कि वह दृश्य महज सपने का दृश्य है | शुरूआत में ही पता चलता है कि मुख्य नायक का नाम राघव है जो भूत प्रेत आत्माओं से बहुत डरता है | नायक का परिचय करवाने में भी कॉमेडी भरपूर देखने को मिलता है |
करीब सात आठ लोगों की टीम शहर से दूर एक बंगले में शूटिंग के लिए जाते हैं, जो समुद्र के किनारे रहता है |
नायिका के हाथ कुछ ऐसा लगता लगता है कि कुछ आत्मायें उस पर हावी हो जाती हैं, फिर एक चर्च में पता चलता है कि वो आत्माएं प्रेमियों की हैं, जिनके साथ बहुत जुल्म हुआ है |
राघव के शरीर में आकर आत्मायें अपना बदला लेती हैं और मुक्त हो जाती हैं | चैनल की टी.आर.पी ऊपर आ जाती है और नन्दिनी व राघव की शादी हो जाती है |
बात अगर कहानी की करें, तो कहानी न पूरी तरह से नयी ही है, न पुरानी ही , परन्तु आकर्षक है |
कहीं कहीं ऐसा महसूस हो सकता है कि कुछ डरावने दृश्य फिल्म में यूँ ही डाले गये हैं, पर कॉमेडी की भरपूरता इस कमी को नगण्य कर देती है |
तापनी पन्नू की सुन्दरता आँखों को स्क्रीन ताकने के लिए मजबूर कर देती हैं | फिल्म के अभिनेता और निर्देशक राघव लॉरेंस की अदायगी और एक्शन दोनों कमाल के हैं |
फिल्म उतनी भी डरावनी नहीं है, कि देखा न जा सके | यूट्यूब पर गोल्डमाइन टेलीफिल्म पर यह फिल्म फ्री में उपलब्ध है |
Rating - 4 / 5.
One world review - Mindblowing
Kanchana 2
Post a Comment