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by- Harshit kr. Kushwaha (@harrshitkushwah)
[Our Project team]

Special thanks- Manjhigawan NPRC group प्राथमिक विद्यालयों में मनायी गयी बाबा साहेब जयंती, बच्चों ने अर्पित की भावभीनी श्रद्धांजलि

👉🏻रामपुर मथुरा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालयों में मनाई गयी बाबा साहेब जयंती
👉🏻बच्चों ने ली बाबा साहेब के जीवन चरित से प्रेरणा

by Harshit Kushwaha

रामपुर मथुरा ( सीतापुर )।
14 अप्रैल को जन्में महामानव बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की  126 जयंती प्राथमिक विद्यालयों में भी मनायी गयी। समस्त अध्यापकों और बच्चों ने भावभीनी श्रद्धांजलि भी दी।
   

  ''  बाबा साहेब ने छुआछूत जैसे तमाम कुरीतियों से लङकर समाज को नया रास्ता दिखाया। भारतीय संविधान को विश्व का सबसे बङा संविधान होने का गौरव मिला है, जो बाबा साहेब भीमराव अम्बेडर की ही देन  है।''--- सीतापुर मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर रामपुर मथुरा ब्लाॅक के सभी प्राथमिक विद्यालयों में कुछ ऐसी ही  रोचक  जानकारियाँ बच्चों को दी गयीं।
   बाबा साहेब की जयंती के पूर्व दिवस पर 13 अप्रैल को ही प्राथमिक विद्यालयों में बाबा साहेब की जयंती मनायी गयी , व 14 अप्रैल को अवकाश घोषित किया गया। इस अवसर पर पीएस मझिगवाँ, पीएस बरूई बरुआ, पीएस रायपुर, पीएस गोण्डा देवरिया, पींएस अभिनापुर तथा और कई अन्य विद्यालयों में भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कुछ विद्यालयों में सिर्फ शिक्षकों ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर कुसुम चढा कर श्रद्धांजलि दी, तो कहीं बच्चों ने भी प्रतिमा पर पुष्प चढाये।
  कुछ विद्यालयों में ग्राम प्रधान तथा कुछ स्थानीय जन बतौर अतिथि उपस्थित रहे, तो कहीं सिर्फ विद्यालयी जन उपस्थित रहे। कुछ विद्यालयों मैं कार्यक्रम समाप्ति पर मिष्ठान्न भी वितरित किए गये।
      पीएस गोंडा के अध्यापक आनन्द शुक्ला जी का कहना है-''भारत छुआ- छूत जैसी कुरीति से मुक्त हो पाया, यह बाबा साहेब की ही देन है। बाबा साहेब वास्तव में नि:स्वार्थी समाज सुधारक थे। वास्तव में, बाबा साहेब बहुमुखी प्रतिभा के धनी और परमश्रद्धेय  हैं।''
[13/04 3:24 pm] @harrshitkushwah: साप्ताहिक पत्र मूलनायक के सम्पादक बाबा साहेब का नाम भारतीय इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है।
[13/04 3:24 pm] @harrshitkushwah: अंबेडकर के पिता भारतीय सेना की मऊ
छावनी में  सूबेदार के पद पर थे। ऐसे में, उन्होनें अपनी जिन्दगी को इतना श्रेष्ठ बनाया कि वे दूसरों के लिए  प्रेरणा स्रोत बन  गये। लेखिका वीणा भाटिया के अनुसार-'' आधुनिक भारत के
इतिहास को महात्मा गांधी और जवाहरलाल
नेहरू के बाद सबसे ज्यादा यदि किसी ने
प्रभावित किया है तो वे हैं डॉ. भीमराव
अंबेडकर।''
    इस महामानव की जयंती सीतापुर जनपद के रामपुर मथुरा ब्लॉक में प्राथमिक विद्यालयों में धूमधाम से मनाई गयी और छात्रों ने बाबा साहेब के जीवन चरित से प्रेरणा भी ली।

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